सुप्रीम कोर्ट से आज एक ऐसी खबर आने वाली है जिसका असर आम नागरिकों पर पड़ने वाला है। वह लोग जो सरकारी शिक्षक बनने का सपना देखते हैं और इसके लिए वो बीएड की तैयारी करते हैं, उनके लिए आज का फैसला बहुत खास होने वाला है। आज, यानि 13 मार्च 2024 को सुप्रीम कोर्ट का एक विशेष पीठ बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) और बीटीसी (बैचलर ऑफ टीचिंग) के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद पर सुनवाई करेगा।
ट्विटर पर इसको लेकर बहुत चर्चा हो रही है। कोई कह रहा है की सब बीएड वालों को हर जगह से हटा कर ही मानेंगे, वहीं कुछ कह रहे हैं की बीएड वाले फिर बीटीसी की तैयारी करके वापस से नौकरी के लिए आवेदन करेंगे और वही भीड़ रहेगी जो हमेशा रहती है।
पर आखिर लोग इतना बहस क्यू कर रहे हैं? आइए जानते हैं की मामला है क्या और इसका क्या हो सकता है आने वाले फैसले के बाद। बिहार, यूपी, झारखंड, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों मे इसका बहुत असर पड़ने वाला है।
आपको हम यहाँ ये बता दें की यह सुनवाई मध्य प्रदेश (MP) सरकार की याचिका पर हो रही है, जिसमें सरकार ने बीएड उम्मीदवारों को प्राथमिक शिक्षक के पदों के लिए योग्य घोषित करने के उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी है।
सुप्रीम कोर्ट क्या निर्णय लेती है यह बहुत महत्वपूर्ण है क्युकी यह फैसला पूरे भारत के लाखों बीएड और बीटीसी उम्मीदवारों के भविष्य को प्रभावित करेगा। कौन नौकरी के योग्य है और कौन नहीं है, आने वाले समय मे आज के फैसले के आधार पर ही नई बहाली होगी और नई नौकरी दी जाएगी। ऐसे मे बीएड के साथ बीटीसी के स्टूडेंट भी आज कोर्ट के फैले का इंतज़ार कर रहे हैं।
फैसला क्या होगा यह तो दोपहर को ही पता चलेगा, पर यदि सुप्रीम कोर्ट भी हाई कोर्ट के ही फैसले को मानता है और उसे चालू रखता है, तो वैसे मे बीएड उम्मीदवारों को प्राथमिक शिक्षक के पदों के लिए योग्य माना जाएगा। यदि सुप्रीम कोर्ट यह कहता है की सिर्फ बीटीसी के उम्मीदवार ही योग्य हैं, तो यह एक बड़ा झटका हो सकता है। यह भी उम्मीद है की इसमे दोनों को कुछ राहत मिले और एक आपसी समझौता हो जाए।