गूगल ने हाल ही में बड़ी संख्या में वेबसाइट्स को अपने सर्च इंजन से हटा दिया है। इन वेबसाइट्स को ईमेल के जरिए सूचित भी किया गया है। असल कहानी ये है कि कई वेबसाइट मालिकों ने कॉन्टेंट राइटर की जगह AI का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। ये AI बिना किसी रिसर्च के ढेर सारा कॉन्टेंट तैयार कर देता था। ऐसे मे होता यह था की एक जैसी बात ही सब जगह मिलती थी और इसको स्पैम जैसा ही माना जाता है।
लेकिन, स्मार्ट गूगल को ये रास नहीं आया। उसने ऐसे वेबसाइट्स को फ़िल्टर करने का फैसला किया, जो सिर्फ AI के भरोसे चल रहे थे और बकवास (gibberish) आर्टिकल पब्लिश कर रहे थे। नतीजा ये हुआ कि कुछ ही दिनों में गूगल सर्च पर ये वेबसाइट्स दिखाई देना बंद हो गईं। गूगल ने बिल्कुल कड़ा रवैया अपनाया और इनको वार्निंग दी की यदि अपनी वेबसाईट वापस चाहते हैं तो उसको सुधार लें। अब छोटी वेबसाईट को ठीक करना तो आसान है, पर जिन्होंने सिर्फ बकवास आर्टिकल ही लिख डाले थे, उनका तो धंधा खतम ही मानिए।
Talkshubh News ने ब्लॉगर कम्यूनिटी मे जानकारी ली तो पता चला की कई वेबसाइट्स को इतना बड़ा झटका लगा है कि उनके ऑनलाइन कारोबार पर ही ताला लगने का खतरा मंडरा रहा है। गौर करने वाली बात ये है कि गूगल ने इन वेबसाइट्स के कॉन्टेंट को ‘बिना मतलब का’ (meaningless) बताया है।
ये घटना उन वेबसाइट मालिकों के लिए चेतावनी है, जो सोचते हैं कि सस्ते में AI से कॉन्टेंट तैयार करा लेना काफी है। अच्छी क्वालिटी का, रिसर्च पर आधारित कंटेंट ही पाठकों को रिझा सकता है और गूगल की नज़र में भी अच्छा बन सकता है।
गूगल ऐसा नहीं कहता है की आप AI का इस्तेमाल ही मत करिए, वह कहता है की आप ऐसा आर्टिकल लिखिए जिसमे कोई वैल्यू हो, जिसको पढ़के लोगों को कुछ जानकारी मिले और खास कर सिर्फ कॉपी पेस्ट ही मत करिए।
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